इजराइल पर हमले के दौरान हमास द्वारा किए गए अत्याचारों की जानकारी धीरे-धीरे सामने आ रही है. हमास के आतंकियों ने जिस तरह की बर्बरतापूर्ण हरकत की है, उसे जानने के बाद कोई भी यही सोचेगा कि क्या कोई इंसान ऐसा कर सकता है? इज़राइल पर हमला करते समय, हमास ने विकलांगों, बच्चों, महिलाओं, पुरुषों या बुजुर्गों किसी को भी नहीं बख्शा। जो लोग आगे आए उन्हें पीटा गया. हर कोई जो उनके लिए मरा, वह सिर्फ एक यहूदी था।
हमास के नागरिकों को मारने के लिए चाकू और आग का इस्तेमाल किया गया। जो मामले सामने आए हैं वो आंखें खोल देने वाले हैं.
इजराइली न्यूज चैनल ने इजराइल के वालंटियर सिविल इमरजेंसी सर्विस के कमांडर योसी लैंडो के हवाले से कहा, ”जब एक घर की तलाशी ली गई तो हमें एक गर्भवती महिला फर्श पर पड़ी हुई मिली और जब हमने महिला को पलटा तो देखा कि उसका पेट फटा हुआ था और इस महिला का अजन्मा बच्चा नहीं.” यह गर्भनाल से जुड़ा था. उसे चाकू मार दिया गया और मां के सिर में गोली मार दी गयी.
योसी लैंडो के मुताबिक, एक अन्य घटना में माता-पिता के हाथ बंधे हुए थे. उनके सामने उनके बच्चों के हाथ बंधे हुए थे. ये सभी जिंदा जल गये. हमें एक मां और उसके बच्चे का शव मिला है. जिसमें मां ने बच्चे को नहलाकर रखा था. दोनों के शरीर में एक-एक गोली आर-पार हो गई।
योसी लैंडो ने कहा कि मैंने एक साथ 20 बच्चों के शव देखे. जिनके हाथ बांधकर गोली मारी गई थी.
बता दें कि काफर अजा इलाके में इजरायली समुदाय पर आतंकियों के हमले में 40 नवजात बच्चों की मौत हो गई, इसका खुलासा कल ही हुआ था. हालांकि, हमास ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है. हमास के प्रवक्ता ने कहा कि महिलाओं और बच्चों पर हमला करने या उनके सिर काटने के सभी आरोप निराधार और मनगढ़ंत हैं.